‘कब्जे की जमीन अदला-बदली कर लो’, ट्रंप का पुतिन-जेलेंस्की को प्रस्ताव

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन और रूस के बीच जंग खत्म करने के लिए एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को अपनी-अपनी जमीन का कुछ हिस्सा छोड़ना होगा। लेकिन सवाल ये उठता है कि रूस ने यूक्रेन की कितनी जमीन पर कब्जा कर रखा है?

रूस ने यूक्रेन के करीब 19% हिस्से, यानी लगभग 1,14,500 वर्ग किलोमीटर पर कब्जा कर लिया है। इसमें क्रीमिया, पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी इलाके शामिल हैं। दूसरी तरफ, यूक्रेन का कहना है कि वह अपनी जमीन का एक इंच भी रूस को नहीं देगा।

रूस का दावा है कि क्रीमिया, डोनेत्स्क, लुहांस्क, जपोरिझिया और खेरसन अब उसके हिस्से हैं। मॉस्को ने इन इलाकों को 1991 में सोवियत संघ के टूटने के बाद यूक्रेन का हिस्सा माना था, लेकिन अब वह इन्हें रूस का हिस्सा बताता है।

यूक्रेन ने साफ कहा है कि वह रूस के इस कब्जे को कभी स्वीकार नहीं करेगा। ज्यादातर देश यूक्रेन की 1991 की सीमाओं को ही मान्यता देते हैं। आइए एक-एक कर समझते हैं कि किन इलाकों में किसका दावा है?

क्रीमिया को लेकर रूस लंबे वक्त से करता रहा है दावा
2014 में रूस ने क्रीमिया पर कब्जा कर लिया, जो काला सागर के किनारे बसा 27,000 वर्ग किलोमीटर का इलाका है। एक विवादित जनमत संग्रह के बाद रूस ने इसे अपने देश में मिला लिया। रूस का कहना है कि क्रीमिया अब उसका हिस्सा है, लेकिन यूक्रेन इसे अपना मानता है।

कुछ यूक्रेनी अधिकारी मानते हैं कि क्रीमिया को वापस लेना आसान नहीं होगा। 18वीं सदी में रूस की महारानी कैथरीन ने क्रीमिया को रूसी साम्राज्य में शामिल किया था। 1954 में सोवियत नेता ख्रुश्चेव ने इसे यूक्रेन को सौंप दिया था।

डोनेत्स्क, लुहांस्क और डोनबास के बड़े हिस्से पर रूस का कब्जा
रूस ने डोनबास के 88% हिस्से, यानी 46,570 वर्ग किलोमीटर पर कब्जा कर लिया है। इसमें लुहांस्क पूरी तरह और डोनेत्स्क का 75% हिस्सा शामिल है। यूक्रेन के पास सिर्फ 6,600 वर्ग किलोमीटर बचा है। रूस समर्थित अलगाववादियों ने 2014 में इन इलाकों को ‘स्वतंत्र गणराज्य’ घोषित कर दिया था। 2022 में पुतिन ने इन्हें स्वतंत्र देश मानकर यूक्रेन पर हमला बोला था। रूस अब डोनेत्स्क के बाकी शहरों पर कब्जे की कोशिश में है।

खारकीव, सूमी और अन्य इलाकों पर भी रूस ने कब्जा किया
रूस ने खारकीव, सूमी, मायकोलाइव और निप्रोपेट्रोव्स्क के छोटे-छोटे हिस्सों पर भी कब्जा किया है। सूमी और खारकीव में उसका कब्जा 400 वर्ग किलोमीटर के आसपास है। रूस का कहना है कि वह सूमी में एक बफर जोन बना रहा है ताकि उसका कुर्स्क क्षेत्र सुरक्षित रहें।

जपोरिझिया और खेरसन पर रूस ने बड़े इलाके को अपने देश में मिलाया
रूस ने जपोरिझिया और खेरसन के 74% हिस्से, यानी 41,176 वर्ग किलोमीटर पर कब्जा किया है। यूक्रेन के पास इनका 14,500 वर्ग किलोमीटर हिस्सा बचा है। 2024 में पुतिन ने कहा था कि अगर यूक्रेन उन इलाकों से पीछे हट जाए, जो रूस ने दावा किए हैं, और नाटो में शामिल होने की मंशा छोड़ दे, तो वह शांति समझौते के लिए तैयार है। रूस ने ये भी कहा कि यूक्रेन को तटस्थ रहना होगा और अपनी सेना सीमित करनी होगी।

दुनिया क्या कहती है?
रूस क्रीमिया, डोनेत्स्क, लुहांस्क, जपोरिझिया और खेरसन को अपना हिस्सा मानता है, लेकिन यूक्रेन इन्हें अपनी जमीन कहता है।संयुक्त राष्ट्र ने 2014 में क्रीमिया के रूस में विलय को अवैध बताया था। सिर्फ सीरिया, उत्तर कोरिया और निकारागुआ जैसे कुछ देशों ने क्रीमिया को रूस का हिस्सा मानते हैं। पुतिन ने कोसोवो की आजादी का हवाला देकर पश्चिमी देशों पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया था।

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