पाकिस्तान पर मेहरबान अमेरिका, ट्रंप और PAK सेना प्रमुख मुनीर की सीक्रेट डील!

आखिर अमेरिका (America) आजकल पाकिस्तान (Pakistan) पर इतना मेहरबान क्यों है? यह सवाल सभी के मन में है और यह सोचकर हर कोई हैरान भी है। इस बीच एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसके बाद तस्वीर साफ होती दिख रही है।

पाकिस्तान पर अमेरिका की मेहरबानी के पीछे का कारण डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसीम मुनीर (Asim Munir) के बीच की सीक्रेट डील है। दरअसल, टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका की एक निजी क्रिप्टोकरेंसी कंपनी और पाकिस्तान की सिर्फ एक महीने पुरानी गठित क्रिप्टो काउंसिल के बीच एक बड़ा सौदा हुआ है।

पाकिस्तान में हुआ यह सौदा ट्रंप के परिवार के लोग और आसीम मुनीर से जुड़ा है, जो अब जांच के घेरे में आ चुका है। इस सौदे में कई हाई प्रोफाइल लोग शामिल हैं। जिस कंपनी से सौदा हुआ है वह ‘वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल’ है, जो ट्रंप के परिवार से जुड़ी हुई है।

कंपनी का ‘ट्रंप कनेक्शन’
यह एक फिनटेक कंपनी है जो क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन निवेश से संबंधित है। इस कंपनी में डोनाल्ड ट्रंप के बेटे एरिक और डोनाल्ड जूनियर व दामाद जैरेड कुश्नर की सामूहिक रूप से 60 प्रतिशत हिस्सेदारी है। अप्रैल में इस कंपनी ने पाकिस्तान क्रिप्टे काउंसिल के साथ एक लेटर ऑफ इंटेंट पर हस्ताक्षर किया था।

रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान क्रिप्टो काउंसिल ने गठन के कुछ ही दिनों के अंदर बिनांस के संस्थापक चांगपेंग झाओ को सलाहकार के रूप में नियुक्त किया था, जिससे इस नए संगठन को विश्वसनीयता मिल सके।

‘आसीम मुनीर ने कराई थी डील’
बताया जा रहा है कि इस अहम सौदे पर हस्ताक्षर करने के लिए अमेरिका से एक उच्च स्तरीय टीम पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद पहुंची थी, जिसका नेतृत्व कंपनी के संस्थापक जैकरी विटकॉफ ने किया। विटकॉफ काफी लंबे समय से ट्रंप के व्यवसायिक साझेदार हैं और वर्तमान में अमेरिका के मध्य पूर्व के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ के बेटे हैं।

अमेरिका से आई टीम का पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसीम मुनीर ने व्यक्तिगत रूप से स्वागत किया और एक बंद कमरे में बैठक आयोजित हुई थी। इस बैठक में पाक पीएम शहबाज शरीफ और आसीम मुनीर दोनों मौजूद थे। बैठक के बाद डील फाइनल हो गई।

सौदे के क्या हैं शर्त?
पाकिस्तान की क्रिप्टो काउंसिल और वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल द्वारा जारी एक संयुक्त बयान के अनुसार, इस समझौते के तहत वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल को पाकिस्तान के वित्तीय संस्थानों में ब्लॉकचेन तकनीक को एकीकृत करने कीअनुमति दी गई है।

पहलगाम हमले के बाद सौदे पर कड़ी नजर
पहलगाम हमले से कुछ समय पहले हुए इस सौदे पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल ने एक प्रेस नोट जारी कर कहा कि इस समझौते के पीछे कोई राजनीतिक मंशा नहीं है।

हालांकि, ट्रंप या फिर उनके परिवार की ओर से इस मुद्दे पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की गई है। लेकिन, इस डील में ट्रंप के परिवार और आसीम मुनीर को होने की वजह से कई तरह की चर्चाएं हैं।

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