Pahalgam Terror Attack: पहलगाम हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. भारत अपने कड़े फैसलों से पाकिस्तान की कमर तोड़ रहा है. पाकिस्तान में डर का माहौल है. पाकिस्तान को डर सता रहा है कि भारत किसी भी वक्त बड़ा और भीषण हमला कर सकता है. उनकी ईंट से ईंट बजा सकता है. तमाम आशंकाओं के बीच, पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने शनिवार को आधी रात में बड़ा फैसला लिया. उन्होंने सोमवार शाम पांच बजे संसद (नेशनल असेंबली) का आपात सत्र बुलाया है. बता दें कि, नेशनल असेंबली पाकिस्तानी संसद का निचला सदन है. ये ठीक वैसा ही है, जैसे भारतीय संसद का निचला सदन लोकसभा है.
पाकिस्तान की सरकार ने आधिकारिक रूप से बयान जारी कर आपात संसद सत्र बुलाने की पुष्टि की है. पाकिस्तानी बयान के अनुसार, इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 54 की धारा (1) द्वारा मिली शक्तियों का प्रयोग करते हुए राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने संसद भवन, इस्लामाबद में सोमवार पांच मई 2025 को शाम पांच बजे नेशनल असेंबली की बैठक बुलाई है.
क्या होगा विशेष सत्र में?
रिपोर्ट की मानें तो पाकिस्तानी संसद के इस आपात सेशन में भारत और पाकिस्तान के बिगड़ते राजनयिक संबंधों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. पाकिस्तान भारत द्वारा सिंधु जलसंधि समझौता रद्द करने, पूर्ण रूप से पाकिस्तान के साथ आयात-निर्यात खत्म करने जैसी कार्रवाई पर चर्चा की जाएगी.
पहलगाम में 26 हिंदुओं का नरसंहार
पिछले माह कश्मीर घाटी के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, जिसमें आतंकियों ने मस्ती कर रहे 26 हिंदू पर्यटकों को टार्गेट करके मार डाला था. आतंकियों ने सबसे पहले उनका धर्म पूछा फिर पैंट खुलवा कर चेक किया कि वे हिंदू हैं या फिर मुस्लिम. आतंकियों को जब यकीन हो गया कि वह हिंदू ही है तो उन्होंने गोली मार दी. इस आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी. धर्म की पहचान करने के लिए आतंकियों ने पर्यटकों से अजान और कलमा भी सुनाने के लिए कहा था.