
फैटी लिवर एक ऐसी समस्या बन चुकी है, जो आज की जेनरेशन में काफी तेजी से बढ़ रही है। इस कंडिशन में लिवर में फैट ज्यादा जमा हो जाता है। इसके कारण लिवर का फंक्शन प्रभावित होने लगता है। अगर फैटी लिवर का समय पर इलाज न करवाया जाए, तो यह लिवर सिरोसिस का रूप भी ले सकता है। लेकिन घबराइए मत! रात में नजर आने वाले कुछ लक्षणों से फैटी लिवर का पता लगाया जा सकता है। आइए जानें फैटी लिवर के कुछ संकेत जो रात में दिखाई देते हैं।
रात को ज्यादा पसीना आना
फैटी लिवर की समस्या होने पर रात में ज्यादा पसीना आ सकता है। यह समस्या लिवर के डिटॉक्सिफिकेशन प्रक्रिया में गड़बड़ी के कारण होती है। जब लिवर ठीक से काम नहीं करता, तो शरीर का तापमान कंट्रोल करने में दिक्कत होती है, जिससे पसीना ज्यादा आता है।
थकान और कमजोरी महसूस होना
फैटी लिवर होने पर शरीर में एनर्जी की कमी हो जाती है, जिससे रात को सोते समय या दिनभर थकान महसूस होती है। लिवर के ठीक से फंक्शन न कर पाने के कारण शरीर को भरपूर पोषण नहीं मिल पाता, जिससे व्यक्ति हमेशा सुस्त और थका हुआ महसूस करता है।
बार-बार नींद टूटना
फैटी लिवर के मरीजों को अक्सर नींद न आने की समस्या होती है। लिवर में सूजन या जलन के कारण शरीर में टॉक्सिन्स जमा हो जाते हैं, जो नींद के पैटर्न को बिगाड़ देते हैं। इसके अलावा, पेट में होने वाली परेशानी भी नींद में खलल डाल सकती है।
पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द
फैटी लिवर होने पर पेट के ऊपरी दाएं हिस्से में दर्द, भारीपन या दबाव महसूस हो सकता है। यह समस्या रात को ज्यादा परेशान कर सकती है, क्योंकि लेटने पर पेट पर दबाव पड़ता है।
पैरों में सूजन
लिवर खराब होने पर शरीर में फ्लूइड जमा होने लगता है, जिससे पैरों और टखनों में सूजन आ जाती है। यह सूजन रात के समय ज्यादा नजर आ सकती है, क्योंकि दिनभर की एक्टिविटीज के बाद शरीर में ब्लड सर्कुलेशन पर नेगेटिव असर पड़ता है।
त्वचा में खुजली
फैटी लिवर के कारण लिवर से बाइल जूस के फ्लो में परेशानी होता है, जिससे त्वचा में खुजली होने लगती है। यह खुजली रात को और बढ़ सकती है, क्योंकि शरीर का तापमान बढ़ने से त्वचा में जलन होती है।
फैटी लिवर से बचाव के उपाय
बैलेंस्ड डाइट लें- तला-भुना, मसालेदार और जंक फूड से परहेज करें। हरी सब्जियां, फल और फाइबर से भरपूर डाइट लें।
शराब से दूर रहें- अल्कोहल लिवर को नुकसान पहुंचाता है, इसलिए इससे परहेज करें।
नियमित एक्सरसाइज करें- रोजाना 30 मिनट की वॉक या योग करें।
वजन कंट्रोल करें- मोटापा फैटी लिवर का अहम कारण है, इसलिए हेल्दी वजन बनाए रखें।
डॉक्टर से सलाह लें- अगर लक्षण गंभीर हों, तो डॉक्टर से मिलकर लिवर फंक्शन टेस्ट करवाएं।