RBI MPC Meet 2024: रेपो रेट, जीडीपी समेत एमपीसी बैठक में लिए गए कई अहम फैसले
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की एमपीसी बैठक (RBI MPC Meet 2024) के फैसलों का एलान हो गया है। सुबह 10 बजे आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governer Shaktikanta Das) ने एमपीसी बैठक के फैसलों का एलान किया। इस बैठक में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
एमपीसी बैठक में रेपो रेट के अलावा गवर्नर दास ने कई और अहम फैसलों की घोषणा की है। आइए, आरबीआई एमपीसी बैठक के मुख्य बातों के बारे में जानते हैं।
रेपो रेट
इस बार भी रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर स्थिर रखने का फैसला लिया है। फरवरी 2023 में रेपो रेट को 6.25 फीसदी से घटाकर 6.5 फीसदी किया था। इसके बाद से लगातार नौंवी बार रेपो रेट को स्थिर रखा गया है। कैश रिजर्व रेश्यो को 4.50 फीसदी और SLR को भी 18 फीसदी पर स्थिर रखा गया है।
जीडीपी
देश में बढ़ती महंगाई को देखते हुए एमपीसी में जीडीपी ग्रोथ अनुमान को घटाया गया है। हालांकि, चालू वित्त वर्ष की रियल जीडीपी ग्रोख को 7.2 फीसदी पर स्थिर रखा गया है। लेकिन, पहली तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ को 7.3 फीसदी से घटाकर 7 फीसदी कर दिया गया। दूसरी तिमाही के लिए 7.2 फीसदी, तीसरी तिमाही के लिए 7.3 फीसदी और चौथी तिमाही के लिए 7.2 फीसदी का अनुमान रखा गया।
महंगाई दर
देश में बढ़ती महंगाई को लेकर वित्त वर्ष 2025 के लिए खुदरा महंगाई दर (CPI) तो 4.5 फीसदी पर स्थिर रखा गया। लेकिन, दूसरी तिमाही के लिए महंगाई दर अनुमान को 3.8 फीसदी से बढ़ाकर 4.4 फीसदी कर दिया। वहीं, तीसरी तिमाही के लिए इसे 4.6 फीसदी से बढ़ाकर 4.7 फीसदी कर दिया। इसी तरह चौथी तिमाही के लिए सीपीआई अनुमान को 4.5 फीसदी से घटाकर 4.3 फीसदी कर दिया।
फॉरेक्स
आरबीआई गवर्नर ने बताया कि फॉरेक्स रिजर्व अपने रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। 2 अगस्त 2024 तक विदेशी मुद्रा 67,500 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया था।
UPI
आरबीआई एमपीसी बैठक में यूपीआई के माध्यम से होने वाले टैक्स पेमेंट की लिमिट को बढ़ाया गया है। इस 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया है।
चेक पेमेंट क्लीयरेंस
आरबीआई चेक पेमेंट क्लीयरेंस में तेजी लाने पर काम कर रहा है। शक्तिकांत दास ने बताया कि 2 दिन में चेक पेमेंट क्लीयरेंस को कम कर कुछ घंटे करनी की कोशिश की जा रही है।