
महाकुम्भ नगर। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कोच अनिल कुंबले ने माघ पूर्णिमा के पावन अवसर पर त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई। उनकी पत्नी चेतना रामतीर्था भी इस आध्यात्मिक यात्रा में उनके साथ रहीं। कुंबले ने संगम स्नान के बाद अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा कीं। उन्होंने अपनी तस्वीरों के साथ सिर्फ एक शब्द लिखा और वो था ब्लेस्ड (आशीर्वाद)। इससे उनका तात्पर्य यही था कि त्रिवेणी संगम में स्नान कर उन्हें भी पुण्य की प्राप्ति हुई और तीर्थराज प्रयागराज का आशीष मिला।
बिना प्रोटोकॉल किया संगम स्नान
अपनी फिरकी से विरोधी बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाने वाले अनिल कुंबले मंगलवार को ही प्रयागराज पहुंच गए थे। हालांकि, त्रिवेणी स्नान के लिए उन्होंने माघ पूर्णिमा का पावन दिन चुना। इस दिन महाकुम्भ में वीवीआईपी प्रोटोकॉल जारी नहीं होता। इसके बावजूद वह सामान्य श्रद्धालु की तरह नाव पर सवार होकर त्रिवेणी संगम पहुंचे और संगम में स्नान किया। इस दौरान उनकी धर्मपत्नी चेतना भी मौजूद रहीं। दोनों ने सूर्य को अर्घ्य दिया और पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना कर पुण्य डुबकी लगाई। उन्होंने नाव पर सवार होकर सेल्फी भी अपलोड की और माघ पूर्णिमा पर पूर्ण चंद्रमा की छवि भी अपने प्रशंसकों के साथ साझा की। इस दिव्य आयोजन का हिस्सा बने कुंबले महाकुम्भ की भव्यता और आध्यात्मिक ऊर्जा से अभिभूत नजर आए।
One year later, the Secure Fence Act of authorized the completion of miles of fencing along the southwest border with Mexico.



