
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सराहनीय सेवा के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने पीजीआई चडीगढ़ की प्रशंसा की है। पीजीआई की तरफ से जम्मू-कश्मीर के लिए डॉक्टरों की टीम, 218 यूनिट रक्त के साथ पांच एंबुलेंस भेजी गई थी। इस पर जेपी नड्डा ने पीजीआई के समर्पण और त्वरित प्रतिक्रिया की सराहना की है।
नड्डा ने शनिवार को पीजीआई में संस्थान निकाय की बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने संस्थान की बढ़ती जरूरतों को देखते हुए 90 नए पदों को मंजूरी दी। इनमें 80 वरिष्ठ रेजिडेंट, 4 संकाय सदस्य और 6 अन्य पद शामिल हैं।
सत्र के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने एक व्यापक विजन-2047 दस्तावेज की तैयारी के माध्यम से पीजीआई के भविष्य को आकार देने के महत्व पर जोर दिया। इस रणनीतिक योजना का उद्देश्य अगले दो दशकों में पीजीआई को चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान और स्वास्थ्य सेवा में एक वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करना है।
नड्डा ने सारंगपुर परियोजना के लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर तुरंत प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। इस परियोजना में 100 बिस्तरों वाले मेडिकल कॉलेज, एक उन्नत कैंसर संस्थान, एक ट्रॉमा सेंटर और आउट पेशेंट विभाग (ओपीडी) के विकास की परिकल्पना की गई है। इस पहल का उद्देश्य क्षेत्र में पीजीआई की स्वास्थ्य सेवा और प्रशिक्षण क्षमताओं का पर्याप्त विस्तार करना है।
फिरोजपुर में सैटेलाइट सेंटर को मजबूत करने के लिए 637 पदों को भी मंजूरी
नड्डा ने फिरोजपुर में सैटेलाइट सेंटर को मजबूत करने के लिए 637 पदों को भी मंजूरी दी। इनमें 111 संकाय और 526 गैर-संकाय कर्मचारी शामिल हैं। मंजूरी मिलने के साथ ही लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हुई है। स्वास्थ्य मंत्री ने पीजीआई की प्रगति और भविष्य की योजनाओं पर संतोष व्यक्त किया।