
लुधियाना के मोती नगर इलाके में स्थित फौजी कालोनी में मूर्ति पूजा के दौरान युवकों ने रंजिश के चलते एक युवक से पहले मारपीट कर उसे घायल कर दिया। इसके बाद परिवार के सामने गोली मार दी। आरोपियों ने युवक के मामा को भी बुरी तरह से पीटा। इसके बाद सभी घटनास्थल से फरार हो गए।
आस-पास के लोगों ने परिवार वालों के साथ मिल कर मोनू कुमार (20) को अस्पताल पहुंचाया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने के बाद पुलिस के आलाधिकारी और थाना मोती नगर की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने इस मामले में हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
किराने की दुकान चलाता था मोनू
मूल रुप से उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में रहने वाला मोनू कुमार किराने की दुकान चलाता है। उसकी पप्पू पवन और सौरभ के साथ पुरानी रंजिश चल रही थी। फौजी कालोनी में मोनू के घर के पास मूर्ति पूजा हो रही थी। इसी दौरान सारा परिवार वहां मौजूद था। मोनू के मामा गुड्डू के अनुसार वह जमालपुर दशहरा पर्व पर गए हुए थे। इसी दौरान मोनू ने उन्हें भी फोन कर बुला लिया। वह मेले से सीधा मोनू के पास जा रहा था। इसी दौरान पंडाल में डीजे चल रहा था।
गाने पर डांस करने को लेकर आरोपियों ने जानबूझ कर हंगामा खड़ा कर दिया। जब मोनू ने आरोपियों को रोका तो कहासुनी हो गई। इसी दौरान आरोपियों ने मोनू के परिवार के सामने ही उसकी जमकर पिटाई की। जब लोग आगे आने लगे तो आरोपियों ने गोलियां चला दी। एक गोली मोनू के पेट में लगी जिससे वह बुरी तरह से घायल हो गया और वहीं गिर पड़ा। इसी दौरान गुड्डू वहां पहुंचा तो आरोपियों ने उसकी भी पिटाई कर दी और फरार हो गए। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो पुलिस के आने से पहले ही मोनू को अस्पताल पहुंचा दिया गया था। जहां उसकी मौत हो गई।
मोनू की मां सीमा देवी ने आरोप लगाया कि आरोपी नशा तस्करी करते है और इसी के चलते मोनू की उनके साथ नहीं बनती थी और विवाद रहता था। थाना मोती नगर के एसएचओ सब इंस्पेक्टर भूपिंदर सिंह ने बताया कि आरोपी देर रात को पुलिस के पहुंचने से पहले फरार हो गए थे। आरोपियों की तलाश में कई जगहों पर छापामारी की गई थई, लेकिन आरोपी नहीं मिले। आस-पास के सीसीटीवी कैमरे चेक किए जा रहे है। जल्द ही आरोपियों का पता लगा उन्हें काबू कर लिया जाएगा।
Cross, from French developer Mixvibes, has undergone numerous updates over the past few years, resulting in an impressively extensive feature set. So what kind of permission should be set, and how to locate these folders. As a result many Aussie companies have removed the halal logo from their products but still pay the protection money.