पेरेंट्स को बच्चों के सामने कभी भी नहीं करना चाहिए ऐसा काम
बच्चों को मिलने वाली सीख उन्हीं के घर से शुरू होती हैं और किसी भी चीज में उनके माता-पिता उनके लिए सबसे अच्छे उदाहरण होते हैं। बच्चे छोटे पौधे के समान होते हैं आप उन्हें जैसा ढालेंगे वे वैसा ही फल देंगे। पेरेंट्स हर संभव प्रयास करते हैं कि बच्चों में अच्छे गुणों का संचार हो। लेकिन अनजाने में पेरेंट्स कई ऐसी गलती कर बैठते हैं जिसका बच्चों पर बहुत नकारात्मक असर पड़ता है। ऐसे में पेरेंट्स के लिए यह जानना जरूरी हैं कि वे बच्चों के सामने कैसा व्यवहार ना करें। आपकी कुछ गलतियां आपको जिंदगी भर पछताने पर मजबूर कर सकती हैं जिनका बच्चों पर मानसिक रूप से गहरा असर पड़ता है। आइए जानते हैं क्या हैं वो बातें…
झूठ बोलने से करें परहेज
अगर आप बच्चों के सामने झूठ बोलेंगे या उन्हें अपने झूठ में शामिल करेंगे तो उनकी नजर में आप अपना सम्मान खो देंगे। इसलिए कोशिश करें कि बच्चों को झूठ और दिखावे से दूर ही रखें, नहीं तो इससे आगे चलकर आपको कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसी के साथ बच्चा भी यह सब अपने सामने देखता है और झूठ बोलना सीख जाता है। उसे लगने लगता है कि झूठ बोलने से काम आसान हो जाता है। इसलिए वह अपने दोस्तों, परिवार से झूठ बोलना शुरू करता है और फिर बड़े बड़े झूठ बोलना शुरू कर देता है।
भाषा की मर्यादा
बच्चा जब बोलना शुरू करता है तो वह वही बोलता है जो आप अक्सर उसके सामने बोलते हैं। माता पिता की भाषा ही एक बच्चा सीखता है। उसे ये पता नहीं होता कि जो वह सुन रहा है उसका क्या मतलब है, वह गलत है या सही। इसलिए माता पिता को अपने बच्चों के सामने मर्यादित भाषा का उपयोग करना चाहिए। ऐसे शब्द न बोलें जो बच्चा सुनकर दोहराए। व्यक्ति की बोली और भाषा बहुत कुछ बयां करती है। इसलिए उन्हें अपनी बोली और भाषा को लेकर ज्यादा सावधानी बरतना चाहिए। भाषा की शैली के साथ ही उसे बोलने के तरीके पर भी ध्यान देने की जरूरत है।
किसी का अपमान करने से बचें
अक्सर देखा जाता है कि बच्चों के सामने ही उनके माता-पिता आपस में एक दूसरे से लड़ने के साथ एक दूसरे की कमियां निकालने लगते हैं। चाणक्य जी के अनुसार पति-पत्नी को बच्चों के सामने ऐसा करते समय उनके बच्चों की नजर में उनका कोई सम्मान नहीं रह जाता और ऐसे में कई बार ऐसा हो जाता है कि बच्चे भी आपका अपमान करने से नहीं चूकते। इसलिए ऐसा करने से बचें।