WhatsApp पर अगर भेजे लगातार मैसेज, तो हो सकती है कानूनी कारवाई

भारत में WhatsApp इस्तेमाल करने वाले यूजर्स की संख्या करोड़ों में है। ऐसे में इस इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप को कई यूजर्स फेक मैसेज भेजने या फिर अफवाह फैलाने के लिए कर रहे हैं। इन फर्जी मैसेज और अफवाह के साथ-साथ प्रमोशनल मैसेज भेजने वालों पर अब WhatsApp सख्त हो गया है। Facebook की स्वामित्व वाली कंपनी WhatsApp 7 दिसंबर से बल्क मैसेज भेजने वालों पर लगाम लगा रही है। WhatsApp ने उन यूजर्स पर कानूनी कारवाई करने का फैसला किया है जो 15 सेकेंड के अंदर 100 या उससे ज्यादा मैसेज भेजेंगे। हालांकि, ये फैसला केवल WhatsApp Business यूजर्स के लिए लिया गया है।

इसके अलावा WhatsApp Business यूजर्स जिन्होंने अपना अकाउंट नया बनाया है। 5 मिनट के अंदर अगर बल्क मैसेज करते हैं तो उन पर भी कारवाई की जाएगी। आपको बता दें कि पिछले साल से ही WhatsApp नए-नए फीचर्स के जरिए फेक न्यूज और फर्जी मैसेज पर लगाम लगाने के लिए नए फीचर्स ला रही है। पिछले साल महाराष्ट्र में WhatsApp के जरिए फैलाए गए वायरल मैसेज के जरिए कई शहरों में हिंसा फैली थी, जिसके बाद सरकार ने WhatsApp को चेतावनी देते हुए फर्जी मैसेज को फैलने से रोकने के लिए पॉलिसी बनाने के लिए कहा था।

WhatsApp ने इसके बाद अपने यूजर्स को अफवाह फैलने से रोकने के लिए विज्ञापन का भी सहारा लिया था। बाद में ग्रुप के जरिए मैसेज न फैले, इसके लिए ग्रुप एडमिन के कई फीचर्स में बदलाव किए हैं। यही नहीं, यदि किसी WhatsApp ग्रुप के जरिए कोई फर्जी मैसेज वायरल होता है तो ग्रुप एडमिन पर भी कानूनी कारवाई करने का प्रावधान है। WhatsApp ग्रुप एडमिन के लिए जो नए फीचर्स जोड़े गए हैं उनमें एडमिन ही किसी ग्रुप में यूजर्स को जोड़ सकते हैं। साथ ही साथ WhatsApp ग्रुप के एडमिन जिन यूजर्स को नहीं चाहते हैं कि वो ग्रुप में मैसेज करे तो उसे कंट्रोल भी किया जा सकता है। इसके अलावा WhatsApp ने मैसेज फॉरवर्ड करने पर भी लगाम लगाया है। एक बार में यूजर्स एक साथ 5 लोगों को ही मैसेज भेज सकेंगे, जो कि पहले 30 थी। इसके अलावा फॉरवर्ड किए हुए मैसेज पर फॉरवॉर्डेड लिखा हुआ भी आता है। ऐसे में जहां से मैसेज ऑरिजिनेट होगी, उस यूजर की पहचान की जा सकती है।

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