BSNL ने बढ़ाई प्राइवेट टेलीकॉम उपभोक्ताओं की टेंशन, बिहार में भी कल से शुरू हो रही 4G सेवा

BSNL 4G : प्राइवेट कंपनियों के 5G नेटवर्क को चुनौती देने के लिए सरकारी कंपनी बीएसएनएल ने 4G के जरिए बड़ी क्रांति का दावा किया है। पीएम मोदी ओडिशा से बीएसएनएल 4G का कल उद्घाटन करेंगे। बिहार में कब से काम करेगा यह?

भारत संचार निगम लिमिटेड ने प्राइवेट टेलीकॉम उपभोक्ताओं की टेंशन बढ़ा दी है। क्योंकि कल यानी 26 सितंबर को अपनी रजत जयंती पर बीएसएनएल देशभर में स्वदेशी 4G सेवाओं का शुभारंभ होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा के झारसुगुड़ा से इस योजना का उद्घाटन करेंगे। बीएसएनएल के सीएमडी ए. रॉबर्ट जे. रवि ने कहा कि रजत जयंती के मौके पर स्वदेशी 4G की शुरुआत भारत के दूरसंचार क्षेत्र के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। पटना में BSNL के मुख्य महाप्रबंधक (बिहार) रवींद्र कुमार चौधरी ने इस संबंध में प्रेस वार्ता की। उन्होंने क्या क्या बातें कहीं आइए जानते हैं…

92,633 नई 4G साइटें शुरू करने का एलान किया है
मुख्य महाप्रबंधक (बिहार) रवींद्र कुमार चौधरी ने कहा कि बीएसएनएल का यह 4G नेटवर्क पूरी तरह स्वदेशी सी-डॉट कोर पर आधारित है, जिसे टीसीएस और तेजस ने मिलकर तैयार किया है। कंपनी ने 92,633 नई 4G साइटें शुरू करने का एलान किया है, जिनमें 14 हजार से ज्यादा 4G सैचुरेशन प्रोजेक्ट की साइटें भी शामिल हैं। बीएसएनएल ने भारत नेट और द्वीपों में समुद्रतलीय फाइबर (CANI-KLI) प्रोजेक्ट के जरिए मल्टी-टीबीपीएस क्षमता और लो-लेटेंसी वाली कनेक्टिविटी सुनिश्चित की है। इसके बाद अंडमान-निकोबार और लक्षद्वीप जैसे दुर्गम क्षेत्रों तक भी हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि 4G सेवा स्लो इंटरनेट की समस्या को दूर कर देगी।

एआई चैटबॉट्स आधुनिक सेवाओं के साथ बाजार में कदम रख रहा
कंपनी ने करीब 18 साल बाद लगातार दो तिमाहियों में लाभ दर्ज किया है। वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में ₹262 करोड़ और चौथी तिमाही में ₹280 करोड़ का मुनाफा हुआ। एआरपीयू बढ़ा है और EBITDA भी 23% तक पहुंच गया।बीएसएनएल ने सभी वाणिज्यिक बैंक ऋण भी चुका दिए हैं। बीएसएनएल अब ई-सिम, 5G FWA, एआई चैटबॉट्स जैसी आधुनिक सेवाओं के साथ बाजार में कदम रख रहा है। कंपनी ने पिछले साल एक करोड़ से ज्यादा 4G ग्राहक और 2 लाख एफटीटीएच ग्राहक जोड़े। साल 2000 में निगमित बीएसएनएल ने 2009 में देशभर में 3G सेवाएं शुरू की थीं। भारी प्रतिस्पर्धा और वित्तीय संकट के बावजूद कंपनी ने ग्रामीण और सामरिक क्षेत्रों में सेवाएं जारी रखीं। 2019 से लगातार सरकारी पुनरुद्धार पैकेज और 2022 में BBNL के विलय के बाद अब स्वदेशी 4G का राष्ट्रव्यापी रोलआउट संभव हुआ है।

Related Articles

Back to top button
X (Twitter)
Visit Us
Follow Me
YouTube
YouTube