
नवरात्रि के पवित्र पर्व में दिल्ली भक्ति और उत्साह के रंग में रंगा है। मां दुर्गा की आराधना में डूबे भक्तों के चेहरों पर जहां आस्था की चमक है, वहीं बाजारों में फलों की आसमान छूती कीमतों ने उनकी जेब पर भारी बोझ डाल दिया है। सेब, अनार, केला और नारियल जैसे फलों के दाम 25 से 35 फीसदी तक बढ़ गए हैं, कुछ तो लगभग दोगुने हो चुके हैं।
दिल्ली की सभी मंडियों में फलों के दाम एक जैसे ही है। सेब की कीमत 80 रुपये प्रति किलो तक बढ़ गई, अनार 100 से 150 रुपये महंगा हो गया और केला व नारियल जैसे रोजमर्रा के फल भी अब जेब काट रहे हैं। बाजारों में मोलभाव की कोशिश करने वाले ग्राहक निराश हैं। डिस्काउंट के नाम पर विक्रेता सिर्फ पांच से 10 रुपये कम करने को तैयार हैं, लेकिन इससे आम ग्राहक को खास राहत नहीं मिल पा रही है। लोग काफी देर तक मोल भाव करते हैं, पर अंत में निराश होकर कम मात्रा में फल खरीदते या बिना खरीदे लौट जाते हैं।
गड़बड़ा रहा घर का बजट
ओखला मंडी में फल खरीदने आई गुंजन ने बताया कि वह हर साल व्रत रखती है। ऐसे में पूजा के लिए सेब और अनार जरूरी हैं, लेकिन इस बार 300 रुपये किलो अनार देखकर पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने बताया कि यह दाम ऑनलाइन मिल रहे फलों को भी टक्कर दे रहा है। उनके घर का बजट गड़बड़ा गया है। वहीं, नेहरू प्लेस के विनोद ने बताया, बाजार में अमरूद 100 रुपये किलो बिक रहा है, नवरात्रि से पहले यह 70 से 80 रुपये में मिल रहा था। उन्होंने बताया कि व्रत में फलाहार के लिए इतना खर्च करना मुश्किल हो रहा है। फल विक्रेताओं का कहना है कि नवरात्रि में हर साल फलों के दामों में इजाफा होता है, लेकिन इस साल की बारिश, आपूर्ति में कमी और बढ़ती मांग से कीमतों में लंबा उछाल हुआ है। ऐसे में आम आदमी के लिए रोजाना फल खरीदना अब जेब पर भारी पड़ रहा है।
बारिश की वजह से आपूर्ति बहुत कम हुई
नवरात्रि में मांग तो बढ़ती है, लेकिन इस बार बारिश की वजह से आपूर्ति बहुत कम है। ऐसे में सेब और अनार का स्टॉक कम है। मंडियों में ही भाव ज्यादा है, इसलिए इनका दाम एकदम ऊपर चला गया है। हम भी मजबूरी में महंगा बेच रहे हैं।